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मलकापुर में आरक्षण को लेकर असंतोष — राजनीति में सेवा का भाव ही सच्चा नेतृत्व |
मलकापुर (जि. बुलढाणा) —
हाल ही में नगर परिषद और पंचायत समिति की सार्वत्रिक चुनावों के लिए आरक्षण की घोषणा के बाद मलकापुर में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। आरक्षण के तहत कुछ वार्डों में ओबीसी उम्मीदवारों के लिए सीटें निर्धारित की गई हैं, जबकि स्थानीय नागरिक उन वार्डों को “ओपन” श्रेणी में रखना चाहते थे। इस कारण कई स्थानों पर असंतोष का माहौल देखा जा रहा है, और कई वरिष्ठ स्थानीय नेता भी इस निर्णय से नाराज बताए जा रहे हैं।
जनता का मानना है कि आरक्षण का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को समान अवसर देना है, लेकिन यदि इसे जनता की अपेक्षाओं और स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप लागू न किया जाए, तो इससे असंतोष बढ़ सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मलकापुर जैसे विकसित होते क्षेत्र में जनता अब जातिगत समीकरणों से ऊपर उठकर विकास और पारदर्शिता पर आधारित राजनीति चाहती है।
राजनीति का असली मकसद जनता की सेवा होना चाहिए। जब कोई व्यक्ति समाज और जनता की भलाई के लिए राजनीति में कदम रखता है, तब लोकतंत्र मजबूत बनता है। लेकिन जब राजनीति व्यक्तिगत लाभ, पद या प्रतिष्ठा का साधन बन जाती है, तब जनता ही सबसे बड़ी हानि उठाती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी जनप्रतिनिधि की असली परीक्षा चुनाव जीतने के बाद होती है। जो उम्मीदवार जनता के बीच रहकर उनकी समस्याओं को समझता है और समाधान की दिशा में कदम उठाता है, वही सच्चा सेवक कहलाता है। जबकि जो केवल सत्ता पाने के लिए राजनीति करता है और जनता से दूरी बनाता है, वह लोकतंत्र और विकास दोनों के लिए खतरा बन जाता है।
मलकापुर की जनता अब यह समझ चुकी है कि चुनाव केवल जीत-हार का खेल नहीं है, बल्कि यह अपने भविष्य की दिशा तय करने का अवसर है। इसलिए मतदाताओं को ऐसे उम्मीदवार का चयन करना चाहिए जो जाति, धर्म या समूह से ऊपर उठकर जनता की सेवा करने का निश्चय रखते हों।
वरिष्ठ नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि आने वाले चुनावों में जनता की एकता, जागरूकता और विवेक ही शहर के भविष्य को सुरक्षित कर सकती है। मलकापुर को ऐसे नेतृत्व की आवश्यकता है जो निस्वार्थ भाव से शहर की तरक्की के लिए काम करे और जनता की आवाज बनकर वास्तविक परिवर्तन लाए।
अब यह जनता पर निर्भर करता है कि वह किसे अपना प्रतिनिधि बनाती है —
वह जो केवल सत्ता और व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए चुनाव लड़ रहा है, या वह जो समाज और जनता की सेवा के लिए राजनीति में आया है।