जमीयत उलमा के मिशन ख़िदमात को समझो और आम करो : मुफ्ती मोहम्मद हारून
जमीयत उलमा अरशद मदनी का चौथा तरबियती इजलास विदर्भ विभाग का अमरावती शहर के अब्दुल्लाह पैलेस में महाराष्ट्र के सदर हज़रत मौलाना हलीमुल्लाह साहब क़ासमी की सदारत में हुआ, इस इजलास में विदर्भ के ज़िला एवतमल बुलढाणा अमरावती नागपुर शहर और ज़िला अतराफ के तमाम ज़िम्मेदार मौजूद रहे, इस मौके पर महाराष्ट्र जमीयत उलमा के सदर मौलाना हलीमुल्लाह साहब क़ासमी,नायब सदर मुफ्ती मोहम्मद हारून नदवी,मौलाना आरिफ उमरी, ख़ाज़िन क़ारी युनुस साहब, हाफ़िज़ आरिफ साहब थाना सदर और नाजिम ए तंज़ीम मुफ्ती हफ़ीज़ुल्ला साहब क़ासमी तशरीफ लाए थे, इस तरबियती इजलास में मौलाना आरिफ उमरी साहब ने जमीअत उलमा का मुख्तसर तारूफ और जमीयत उलमा के फिक्री मंहज को बयान किया, जमीयत उलमा महाराष्ट्र के उपाध्यक्ष और मुल्क के मशहूर बेबाक मुक़र्रिर हज़रत मुफ्ती मोहम्मद हारून नदवी ने जमीअत उलमा की अवामी ख़िदमात मुल्की और समाजी दीनी मज़हबी ख़िदमात को ज़ोरदार अंदाज़ में बयान करते हुए मुल्क से नफरतों का माहौल कैसे ख़त्म हो इस पर बड़ी प्यारी बात पेश की, क़ारी युनुस साहब ने बताया कि इसलाह ए मुआशरा वक़्त की अहम ज़रूरत है, अपने अन्दर से भी हर किस्म की बद गुमानी और तअस्सुब को खतम करने सख़्त जरूरत है।
आखिर में हज़रत मौलाना हलीमुल्लाह साहब क़ासमी ने 1 घंटे का तफसीली खिताब करते हुए अराकीन ए जमीयत को जमीयत उलमा का मिशन और ख़िदमात को बयान किया और तंज़ीम को कैसे आगे बढ़ाया जाए और मज़बूत किया जाए इसको समझाया।
इस मौके पर तहफ्फ़ुज़ ए अवकाफ़ तहफ्फ़ुज़ ए मसाजिद व मदारिस लाउडस्पीकर और इसलाह ए मुआशरा को लेकर अहम तजावीज़ पेश की गई।
हज़रत मौलाना हलीमुल्लाह साहब क़ासमी की दुआ पर तरबियती इजलास ख़त्म हुआ। *ज़िला सदर मौलाना मुश्ताक साहब अशरफी, हाजी निसार साहब ज सेरेक्रटी,मुफ्ती मोहम्मद सादिक ज़िला नायब सदर,हाजी अकील अहमद, हाजी नज़ीर B K, क़ारी सैयद साजिद, भाई ताजुद्दीन इन तमाम की कोशिशों मेहनतों से इजलास बेहद कामयाब रहा।*
इसी को लेकर नाज़िम ए तंज़ीम मुफ्ती हफ़ीज़ुल्ला साहब क़ासमी ने उन तमाम ज़िम्मेदारो का शुक्रिया अदा किया, आखिर में अमरावती ज़िला के सदर ने आए हुए तमाम ज़िम्मेदार और मेहमानों का शुक्रिया अदा किया, ये तरबियती इजलास बेहद कामयाब रहा।