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प्यारे नबी की प्यारी ज़िंदगी लोगों तक पहुंचाना ज़रूरी है: मुफ्ती मोहम्मद हारून आज प्रेषित मोहम्मद की ज़िन्दगी उनकी बातें सुनकर बहुत खुशी हुई: डॉ तुषार |
शीरपुर (धुलिया)
हज़रत मोहम्मद मुस्तफा से असल मोहब्बत ये है कि हम उनकी तालीमात उनकी ज़िन्दगी को समझें और अमल करें, उनकी प्यारी नसीहतें अपनी ज़िन्दगी में प्रैक्टिकली लाकर अल्लाह को राज़ी करें, उनसे सच्चा इश्क़ सच्ची मोहब्बत यही है, सुबह से लेकर रात तक, उठने से लेकर सोने तक कैसे ज़िन्दगी गुजारें सबकुछ नबी ए पाक ने बताया सिखाया समझाया। कोई ऐसा रहबर उस्ताद लीडर रहनुमा किसी समाज को नहीं मिला जिसने पेशाब करने और खाने सोने कपड़े पहनने जूता पहनने बाल संवारने का भी तरीका बताया हो, किसी समाज को ऐसा उस्ताद नहीं मिला, मुसलमानो । असली प्यार नबी से यही है कि उनकी ज़िन्दगी को उनकी तालीमात को अपनी ज़िन्दगी में प्रैक्टिकली लाओ सिर्फ नारे लगाने और जुलूस निकाले से अल्लाह और उसके मेहबूब नबी खुश नहीं होंगे और कामयाबी नहीं मिलेगी। हमारा फ़र्ज़ ये भी है कि हम प्यारे नबी की प्यारी ज़िंदगी अपने हिंदू भाइयों तक पहुंचाने का काम करें ताकि गलतफहमियां दूर हो, नफरतें खत्म हो और दुनिया में अमन शान्ति सदभावना एकता एकात्मकता का माहौल बने। ऐसी बहुत ही अहम बातें शीरपुर के जलसा ए सीरतुन्नबी में मुफ्ती मोहम्मद हारून नदवी उपाध्यक्ष महाराष्ट्र जमीयत उलमा और महासचिव कांग्रेस कमेटी महाराष्ट्र ने अपनी डेढ़ घंटे की तफसीली तकरीर में कही ।
इस प्रोग्राम में हिन्दू लीडर्स और हिन्दू भाई बड़ी संख्या में शरीक हुए, इस प्रोग्राम की अध्यक्षता डॉ तुषार रंधे ने की, उन्होंने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि आज हमें प्रेषित मोहम्मद (स) की ज़िन्दगी और उनकी प्यारी नसीहतें सुनकर बहुत खुशी हुई, हम खुद चाहते हैं कि मुसलमान उनकी प्यारी ज़िंदगी को हिंदू भाइयों तक पहुंचाने का काम करें तो बहुत फायदा मानवता और मुल्क का भी होगा।
इस शानदार प्रोग्राम को सजाने का काम मरहूम नूर खान काज़ी फाउंडेशन की पूरी टीम सलमान काज़ी, मुफ्ती अकरम साहब, मुन्ना सर और पूरी टीम ने किया था अल्लाह ने बेहद कामयाब किया, जलगांव भुसावल, शहादा, नंदुरबार धुलिया और आसपास के गांव से लीडर्स और बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की और इस कामयाब प्रोग्राम पर फाउंडेशन को मुबारकबाद पेश की।