मालेगांव में समाज सुधार कमेटी की ओर से आयोजित सभा में उलमा का बयान
उम्मत की इसलाह, समाज सुधार,अच्छाई को आम करना, बुराइयों को समाज से दूर करने की मेहनत करना, ये सब काम सिर्फ उलेमा की ज़िम्मेदारी नहीं बल्कि हर शख़्स हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है, कल इस फर्ज़ को पूरा ना करने पर बड़ी सख़्त पकड़ अल्लाह की अदालत में होंगी। आज आप हम सब जवानों में बढ़ते हुए नशा और तालीम से दूरी को देख रहे हैं, बेटियों और बेटों के बुराइयों की ओर बढ़ रहे क़दम देख रहे हैं अगर हमने इसलाह की कोशिश नहीं की तो हम लाख नमाज़ी हाजी ज़काती बन जाएं अल्लाह छोड़ेगा नहीं। उम्मत का हर फर्द दाई बना कर भेजा गया है, कि वो अच्छाइयों की तरफ दावत देते हुए ज़िंदगी गुजारें, उम्मत को इत्तेफ़ाक इत्तेहाद के साथ मिलकर काम करें ऐसी जरूरी बताते मुल्क के बेबाक आलिम मुक़र्रिर हज़रत मौलाना मुफ्ती मोहम्मद हारून नदवी ने अपने इस्लाही बयान में पेश करते हुए समाज सुधार कमेटी मालेगांव के इस्लाही कामों को ख़ूब सराहा और मायूसी से बाहर निकल कर हौसले हिम्मत से काम करने की सलाह दी । इस जलसा ए इसलाह ए मुआशरा की सदारत ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी हज़रत मौलाना उमरैन साहब रहमानी ने फरमाई,इस इजलास की ख़ास कामयाबी ये थी कि तमाम मसलक जमातों तहरीकों के ज़िम्मेदार एक स्टेज पर एकसाथ नजर आए, सुन्नी जमात के अतहर अशरफी, खुरशीद हज़रत, और जमात ए इस्लामी के जिम्मेदारों ने भी इसलाह की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए इस मिशन की अहमियत बयान किया और क़ौम की बेहिसी पर भी फिकर कर मायूसी से दूर हो कर काम करने की तरगीब दी,क़ारी हाफ़िज़ शम्सी, मौलाना सूफियान जमाली, शाहिद फेमस, हाफ़िज़ अरसलान, मोहम्मद इब्राहिम वेलकम, हाजी आसिफ, मौलाना आरिफ, हाफिज अलताफ इन तमाम ज़िम्मेदार की शिरकत रही, आखिर में काज़ी ए शरीयत हज़रत मौलाना मुफ्ती हसनैन महफूज़ रहमानी साहब के मुख्तसर बयान और आपकी दुआ पर इजलास का इख़्तेताम अमल में आया।