प्रदर्शन के दौरान सौंपा गया ज्ञापन, कानूनी कार्रवाई की मांग
प्रतिनिधि, नांदुरा | 14 जुलाई 2025
भारतीय जनता पार्टी के नेता किरीट सोमय्या द्वारा मुस्लिम समाज के प्रति दिए गए कथित विवादित और भड़काऊ बयान के विरोध में समाजवादी पार्टी की ओर से सोमवार को नांदुरा तहसील कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने सोमय्या के बयान को संविधान और सामाजिक सौहार्द के विरुद्ध बताया। पुतला दहन की अनुमति प्रशासन द्वारा अंतिम समय में रद्द कर दिए जाने के बावजूद कार्यकर्ताओं ने पीछे हटने के बजाय प्रतीकात्मक विरोध स्वरूप फोटो पर चप्पल मारते हुए विरोध दर्ज कराया।
इस अवसर पर युवा जिलाध्यक्ष आज़ाद पठाण के नेतृत्व में एक ज्ञापन तहसीलदार के माध्यम से राज्यपाल को सौंपा गया। ज्ञापन में किरीट सोमय्या के विरुद्ध तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की गई।
प्रमुख मांगें इस प्रकार रहीं:
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किरीट सोमय्या के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए, 295ए तथा आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाए।
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मलकापुर के 1426 मुस्लिम नागरिकों के दस्तावेजों की पुनः जांच की जाए।
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सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुसार भड़काऊ बयानों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
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प्रशासनिक निर्णयों में राजनीतिक हस्तक्षेप को रोकने के लिए स्वतंत्र प्रणाली की स्थापना की जाए।
पृष्ठभूमि में यह रहा घटनाक्रम:
समाजवादी पार्टी ने 28 जून 2025 को पुतला दहन की अनुमति के लिए आवेदन किया था, जिसे कार्यक्रम से दो दिन पहले रद्द कर दिया गया। समय की कमी के कारण अदालत नहीं जा पाने की स्थिति में पार्टी ने वैकल्पिक रूप से शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया।
प्रमुख उपस्थिति:
जिला अध्यक्ष सय्यद नफीस, महिला जिला अध्यक्ष उमा बोचरे, अज़हर मिर्ज़ा, शेख नदीम, युवा उपाध्यक्ष शेख अज़ीम, साजिद खान, मुशर्रफ शाह, शेख समीर, तोसीफ खान, अक्रम खान, सोहेल खान सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का नेतृत्व युवा जिलाध्यक्ष आज़ाद पठाण द्वारा किया गया।